*🌸#सोलह_अक्षरों_का_महामंत्र🌸*
*हरे कृष्ण, हरे कृष्ण,*
*कृष्ण कृष्ण, हरे हरे।*
*हरे राम, हरे राम,*
*राम राम, हरे हरे॥*
*सोलह अक्षरों का ये मंत्र,*
*महामंत्र कहलाता है।*
*कलयुग के सब दोषों से,*
*बस, यही हमें बचाता है॥*
*शास्त्रों में कहा गया है,*
*इसके अतिरिक्त कोई उपाय नही।*
*कलयुग में और कुछ भी,*
*हो सकता सहाय नही॥*
*सतयुग में तपस्या से,*
*पास हरि के जाते थे।*
*त्रेता युग में यज्ञों से,*
*हरि को हम, पास बुलाते थे॥*
*द्वापर युग में करते थे लोग,*
*अर्च-विग्रह की सेवा, पूजा।*
*कलयुग में महामंत्र के सिवाय,*
*उपाय नही कोई दूजा॥*
*इस घोर कल्मष के युग में,*
*कीर्तन से ही, हरि मिल जाते हैं।*
*महामंत्र उच्चारण से,*
*कृष्ण को, जिह्वा पे हम नचाते हैं॥*
*चित्त को हमारे,*
*शुद्ध करता है ये हरिनाम कीर्तन।*
*जप-जप के हरि नाम,*
*चमक जाता, मन का दर्पण॥*
*बड़ा ही सरल और सटीक,*
*तरिका है जीने का।*
*न गवाऐं हम यह मौका,*
*इस अमृत्व को पीने का॥*
*बिना देर किये, जहाँ हैं,*
*वहीं से कर दो शुरुआत।*
*कर ले सच्ची कमाई कुछ,*
*जब तक मौत करे आघात॥*
*फिर चिंता न हो कि,*
*कब मौत से पाला पड़े।*
*जब भी प्राण छूटे,*
*दिखे बस, हरि सामने खड़े॥*
*हरे कृष्ण, हरे कृष्ण,*
*कृष्ण कृष्ण, हरे हरे।*
*हरे राम, हरे राम,*
*राम राम, हरे हरे॥*
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