सूर्य ग्रहण:🌒
जब सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है तो सूर्य की चमकती सतह चंद्रमा के कारण दिखाई नहीं पड़ती है. चंद्रमा की वजह से जब सूर्य ढकने लगता है तो इस स्थिति को सूर्यग्रहण कहते हैं. जब सूर्य का एक भाग छिप जाता है तो उसे आंशिक सूर्यग्रहण कहते हैं. जब सूर्य कुछ देर के लिए पूरी तरह से चंद्रमा के पीछे छिप जाता है तो उसे पूर्ण सूर्यग्रहण कहते हैं. पूर्ण सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या को ही होता है.
🌞सूर्य ग्रहण: 26 दिसंबर 2019🌞
26 दिसंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण ग्रहों की स्थिति के अनुसार पिछले कई दशकों में लगे ग्रहणों से भिन्न है.
ग्रहण के समय 6 ग्रह सूर्य, चन्द्रमा, गुरु, शनि और बुध की युति धनु राशि में केतु के साथ होगी.
5 फरवरी 1962 के पूर्ण सूर्य ग्रहण के समय मकर राशि में सभी 7 ग्रह केतु के साथ उपस्थित थे.
उस ग्रहण के प्रभाव से उस वर्ष 'क्यूबा-मिसाइल' संकट के चलते अमेरिका और रूस के बीच युद्ध की नौबत आ गयी थी तो वहीं भारत को चीन का आक्रमण झेलना पड़ा था.
करीब 58 साल बाद लगने जा रहा यह सूर्य ग्रहण भारत में अधिकतम स्थानों पर खंडग्रास सूर्यग्रहण के रूप में दिखाई देगा.
👉दक्षिण भारत के कुछ स्थानों पर कंकणाकृति सूर्य ग्रहण दिखाई देगी.
👉भारत के अलावा यह एशिया के कुछ देश, अफ्रीका, आस्ट्रेलिया में भी ये ग्रहण दिखाई देगा. यह सूर्य ग्रहण मूल नक्षत्र और धनु राशि में होगा. ग्रहण के समय सूर्य, बुध, गुरु, शनि, चंद्र और केतु धनु राशि में एक साथ रहेगे. केतु के स्वामित्व वाले नक्षत्र मूल में ग्रहण होगा और नवांश या मूल कुंडली में किसी प्रकार का अनिष्ट योग नहीं होने से प्रकृति को नुकसान की संभावना नहीं है. इस बार सूर्य ग्रहण के पूर्व चंद्र ग्रहण नहीं हुआ है एवं आगे भी चंद्र ग्रहण नहीं होने से प्रकृति को बड़े नुकसान की संभावना नहीं है. ग्रहण का प्रभाव मूल नक्षत्र और धनु राशि वालों पर ज्यादा रहेगा. ज्योतिषशास्त्र में राहु और केतु को छाया ग्रह माना जाता है जो कि ग्रहण के समय सूर्य और चन्द्रमा को ग्रसित करते हैं.
👉ग्रहण प्रारंभ सुबह 8.04 (भारतीय समयानुसार)
ग्रहण मध्य काल सुबह 9.30 (भारतीय समयानुसार)
ग्रहण समाप्त –सुबह 10.56 (भारतीय समयानुसार)
👉भारतीय मानक समय अनुसार 26 दिसंबर के ग्रहण का सूतक सुबह 8 बजे से आरंभ होकर दोपहर 1 बजकर 36 मिनट तक रहेगा.
यह सूर्य ग्रहण खाड़ी देशों अफगानिस्तान, पाकिस्तान, भारत, चीन और पूर्वी एशिया के बड़े हिस्से में दिखाई देगा.
🔯एस्ट्रोलॉजर होमियोपैथ डॉ. करण चंद्राणी🕉
🐚दिव्य ऋषि ज्योतिष एवं हेल्थकेयर बीकानेर🔯
addComments
एक टिप्पणी भेजें