जनता कर्फ्यू ग़ज़ल


*जनता कर्फ्यू गज़ल*


​ख़ुद में रह कर वक़्त बिताओ तो अच्छा है,​
ख़ुद का परिचय ख़ुद से कराओ तो अच्छा है.....


​इस दुनिया की भीड़ में चलने से तो बेहतर,​
ख़ुद के साथ में घूमने जाओ तो अच्छा है....


अपने घर के रोशन दीपक देख लिए अब,​
ख़ुद के अन्दर दीप जलाओ तो अच्छा है.....


​तेरी, मेरी इसकी उसकी छोडो भी अब,​
ख़ुद से ख़ुद की शक्ल मिलाओ तो अच्छा है....


​बदन को महकाने में सारी उम्र काट ली,​
रूह को अब अपनी महकाओ तो अच्छा है....


दुनिया भर में घूम लिए हो जी भर के अब,​
वापस ख़ुद में लौट के आओ तो अच्छा है....


​तन्हाई में खामोशी के साथ बैठ कर​,
ख़ुद को ख़ुद की ग़ज़ल सुनाओ तो अच्छा है....।।


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