एकमात्र पक्षी जो चील को चोंच मारने की हिम्मत करता है, वह कौआ है।
वह उसकी पीठ पर बैठता है और उसकी गर्दन काटता है।
चील जवाब नहीं देती, न ही कौवे से लड़ती और न ही कौवा पर समय या ऊर्जा खर्च करती है।
वह सिर्फ अपने पंख खोल आकाश में ऊंचा उठना शुरू कर देता है।
उड़ान जितनी ऊंची होती है,
उतनी ही कठिन होता है कौआ का सांस लेना और फिर ऑक्सीजन की कमी के कारण कौआ गिर जाता है ।
चील से सीखो और कौवों से मत लड़ो।
बस ऊपर चढ़ते रहो, समय आने पर वे गिर जाएँगें ।
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