पापा बेटी का अनमोल प्यार
*बेटी की विदाई के वक्त बाप ही सबसे आखिरी में रोता है क्यों, चलिए आज आपको विस्तार से बताता हूं ।।* बाकी सब भावुकता में रोते हैं, पर बाप उस बेटी के बचपन से विदाई तक के बीते हुए पलों को याद कर कर के रोता है।।  माँ बेटी के रिश्तों पर तो बात होती ही है, पर बाप ओर बेटी का रिश्ता भी समुद्र से गहरा है ।। ह…
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शहीद- ए-आज़म भगत सिंह
"इस कदर वाकिफ है, मेरी कलम तेरे ज़ज्बातों से, अगर मैं इश्क़ लिखना चाहूं तो भी इंकलाब लिखा जाता है।"  *हिंदुस्तान के अमर क्रांतिकारी शहीद- ए-आज़म भगत सिंह को उनकी जन्म जयंती पर शत्-शत् नमन।।🙏🏻*
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नाम सुमिरन
*हरे राम  हरे राम  राम राम  हरे  हरे।* *हरेकृष्ण हरेकृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे॥* एक भक्त ईश्वर से:  "मुझे जीवन भर सुखशांति चाहिये।" ईश्वर ने तुरंत हां कर दी। भक्त......"मुझे परिवार का भी जिंदगी भर सुख चैन चाहिये"। ईश्वर ने तुरंत हां कर दी। फिर भक्त..."मुझे अपने रिश्तेदारों क…
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पुराण कथा
18 पुराणों के नाम और उनका संक्षिप्त परिचय नारद पुराण के अनुसार प्राचीन काल में एक ही पुराण था जिसका विस्तार 100 करोड़ श्लोकों में था जो आज भी देवलोक में विद्यमान है। समयानुसार संसार में पुराणों का ग्रहण न होता देख भगवान विष्णु ने ब्रह्मवेत्ता महात्मा व्यास के रूप में प्रकट होकर सम्पूर्ण लोकों के हित…
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चार ऋण
।। जय श्रीहरि ।। पितृ पक्ष  4 प्रकार के होते हैं ऋण -पितृ ऋण है सबसे घातक   चार ऋण – धरती पर जन्‍म लेने वाले मनुष्‍य को जीवन में कई तरह के ऋण चुकाने पड़ते हैं।  हिेंदू धर्म में तीन तरह के ऋण चुकाने से मनुष्‍य को कई तरह के पापों और वि‍पत्तियों से छुटकारा मिल जाता है। शास्‍त्रों के अनुसार मनुष्‍य के …
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श्री हनुमान चालीसा अर्थ सहित
श्री हनुमान चालीसा अर्थ सहित  ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ श्री गुरु चरण सरोज रज, निज मन मुकुरु सुधारि। बरनऊँ रघुवर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि। 📯《अर्थ》→ गुरु महाराज के चरण.कमलों की धूलि से अपने मन रुपी दर्पण को पवित्र करके श्री रघुवीर के निर्मल यश का वर्णन करता हूँ, जो चारों फल धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष क…
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पितृपक्ष एवं श्राद्ध का अर्थ
पितृपक्ष एवं श्राद्ध का अर्थ *‘श्रद्धया दीयते यत् तत् श्राद्धम्।’*           *‘श्राद्ध’ का अर्थ है श्रद्धा से जो कुछ दिया जाए। पितरों के लिए श्रद्धापूर्वक किए गए पदार्थ-दान (हविष्यान्न, तिल, कुश, जल के दान) का नाम ही श्राद्ध है। श्राद्धकर्म पितृऋण चुकाने का सरल व सहज मार्ग है। पितृपक्ष में श्राद्…
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गणपति जी जा रहे हो तुम
गणपति जी जा रहे हो तुम, पर इतना वादा करते जाना, अगले वर्ष तुम जल्दी आना, तेरे बिन सूना लगेगा ये सारा जमाना, तेरे यहाँ होने से मन को मिला सुकून था, अनोखी सी कशिश थी तुममें, जिससे आनन्दित हुआ मेरा मन था, नाचते गाते हमने ये दिन बिताये, तेरे आने की ख़ुशी में, हमने सारे दुःख बिसराये, रोम रोम पुलकित था मे…
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बेटे के जन्मदिन पर
बेटे के जन्मदिन पर रात के 1:30 बजे फोन आता है, बेटा फोन उठाता है तो माँ बोलती है:- "जन्म दिन मुबारक लल्ला" बेटा गुस्सा हो जाता है और माँ से कहता है: - सुबह फोन करती। इतनी रात को नींद खराब क्यों की? कह कर फोन रख देता है। थोड़ी देर बाद पिता का फोन आता है। बेटा पिता पर गुस्सा नहीं करता बल्कि …
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संसार के सात सुख
📖🐠🐟🐠🐟🐠🐟🐠📖 संसार के सात सुख  1️⃣ _*पहला सुख निरोगी काया*_        (शरीर का स्वस्थ रहना         पहला सुख माना गया है,        क्योंकि यदि स्वास्थ्य‌ अच्छा        नहीं है तो बाकी कुछ भी         अच्छा नहीं लगता)       🧘🏼‍♂️🧘🏻‍♀️        2️⃣ _*दूजा सुख घर में हो माया*_       (धन का होना नंबर द…
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सर्वनिंदक महाराज
सर्वनिंदक महाराज एक थे सर्वनिंदक महाराज। काम-धाम कुछ आता नहीं था पर निंदा गजब की करते थे।हमेशा औरों के काम में टाँग फँसाते थे।     अगर कोई व्यक्ति मेहनत करके सुस्ताने भी बैठता तो कहते, 'मूर्ख एक नम्बर का कामचोर है। अगर कोई काम करते हुए मिलता तो कहते, 'मूर्ख जिंदगी भर काम करते हुए मर जायेग…
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 चील से सीखो
एकमात्र पक्षी जो चील को चोंच मारने की हिम्मत करता है, वह कौआ है।  वह उसकी पीठ पर बैठता है और उसकी गर्दन काटता है। चील जवाब नहीं देती, न ही कौवे से लड़ती और न ही कौवा पर समय या ऊर्जा खर्च करती है।   वह सिर्फ अपने पंख खोल आकाश में ऊंचा उठना शुरू कर देता है।   उड़ान जितनी ऊंची होती है,  उतनी ही कठिन ह…
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जनता कर्फ्यू ग़ज़ल
*जनता कर्फ्यू गज़ल* ​ख़ुद में रह कर वक़्त बिताओ तो अच्छा है,​ ख़ुद का परिचय ख़ुद से कराओ तो अच्छा है..... ​इस दुनिया की भीड़ में चलने से तो बेहतर,​ ख़ुद के साथ में घूमने जाओ तो अच्छा है.... अपने घर के रोशन दीपक देख लिए अब,​ ख़ुद के अन्दर दीप जलाओ तो अच्छा है..... ​तेरी, मेरी इसकी उसकी छोडो भी अब,​ ख़ुद से …
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भगवान शिव से जुड़े 15 प्रतीक और उनका महत्व🏆
*⚜═👬📚📚👬═⚜* *🏆महाशिवरात्रि 2020 हााार्दि शुभकामनाएँ भगवान शिव से जुड़े 15 प्रतीक और उनका महत्व🏆* हर त्योहारों का अपना ही महत्व होता है, इसी प्रकार महाशिवरात्रि का भी अपना ही एक महत्व है। एसी मान्यता है कि इस दिन शिव और पार्वती का विवाह हुआ था। इस दिन भक्त सच्चे मन से शिव जी की अराधना करते हैं,…
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ख़्वाब
ख़्वाब ***** मन  में  जन्नत  सज  जाती  है तुमसे नज़र  जब लड़ जाती है प्यार    उढ़ेला    तुमने    ऐसा धड़कन दिल की थम जाती है मासूम  कली  सी  कोमल  तू कंचन   काया  की  माया  है होंठ   रसीले   रस   टपकाएं नैनों   ने    रंग   जमाया    है मुख पर ज़ुल्फें  बिखराती  है धड़कन दिल की...... मांग रहा मन ऐसी …
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हॉर्न धीरे बजाओ
एक ट्रक के पीछे लिखी ये पंक्ति झकझोर गई.. "हॉर्न धीरे बजाओ मेरा हिन्दूसो रहा है"... उस पर एक कविता इस प्रकार है कि... 'अँग्रेजों' के जुल्म सितम से, फूट फूटकर 'रोया' है.. 'धीरे' हॉर्न बजा रे पगले   'देश' का हिन्दू सोया है। आजादी संग 'चैन' मिला है …
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आर्यवर्त
*क्या आप जानते हैं कि हमारे देश व शहरों के असली नाम क्या थे ?*🤔🧐😟 *१. हिन्दुस्तान, इंडिया या भारत का असली नाम - आर्यावर्त्त !* *२. कानपुर का असली नाम - कान्हापुर !* *३. दिल्ली का असली नाम - इन्द्रप्रस्थ !* *४. हैदराबाद का असली नाम - भाग्यनगर !* *५. इलाहाबाद का असली नाम - प्रयाग !* *६. औरंगाबाद क…
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सिंध की याद में ७० बरस
सिंध  की याद में 70 बरस ... सिंध  को हमसे बिछड़े 70 बरस हुए ! सिंधियों की जो पीढ़ी बंटवारे के दौरान इस पार आई थी उनमें से ज्यादातर अब इस दुनिया में नहीं हैं .बचे-खुचे कुछ बूढ़ों की धुंधली यादों के सिवा अब सिंध सिर्फ हमारे राष्ट्रगान में रह गया है . इन 70 सालों में हमें यह एहसास ही नहीं हुआ कि हमने …
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राघवयादवीयम्
एक ग्रंथ ऐसा भी है हमारे सनातन धर्म मे। इसे तो सात आश्चर्यों में से पहला आश्चर्य माना जाना चाहिए - यह है दक्षिण भारत का एक ग्रन्थ क्या ऐसा संभव है कि जब आप किताब को सीधा पढ़े तो राम कथा के रूप में पढ़ी जाती है और जब उसी किताब में लिखे शब्दों को उल्टा करके पढ़े  तो कृष्ण कथा के रूप में होती है । जी …
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मकर संक्रांति का महत्त्व
🌹 *मकर संक्रांति का महत्व*🌹 ' तमसो मा ज्योतिर्गमय'  *हे सूर्यदेव! हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो...* वैदिक धर्म ने माह को दो भागों में बाँटा है- कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष। इसी तरह वर्ष को भी दो भागों में बाँट रखा है। पहला उत्तरायण और दूसरा दक्षिणायन। उक्त दो अयन को मिलाकर एक वर्ष होत…
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